राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि पुलिस अपराधों के रोकथाम करने के साथ ही समाज हितकारी कार्यों में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाती है। कोविड वैश्विक महामारी के दौर में पुलिस ने अपनी भूमिका बहुत अच्छे से निभाई है। उन्होंने आवश्यकता जताई कि ब्रिटिश काल से चली आ रही पुलिस की दमनकारी छवि को बदलते हुए इसकी सकारात्मक छवि आमजन में प्रस्तुत की जानी चाहिए।
राज्यपाल श्री मिश्र आज यहां राजभवन से सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय जोधपुर के स्थापना दिवस समारोह में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत भी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। राज्यपाल श्री मिश्र ने वर्तमान समय के अनुरूप पुलिसिंग रणनीतियों पर जोर देते हुए कहा कि अपराधों के स्वरूप लगातार बदलने तथा नई-नई प्रौद्योगिकी के विकास के कारण पुलिस से पहले की तुलना में उम्मीदें कई गुना बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल मुद्राओं के चलन के कारण साइबर मनी लाॅन्ड्रिंग की नई चुनौती उभर कर सामने आई है। साइबर क्राइम में अपराधियों के बढ़ते रूझान, एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स के इस्तेमाल और डार्क वेब में ड्रग्स की बिक्री को देखते हुए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी से संबंधित नवीनतम तकनीक से पुलिस को अद्यतन किये जाने की आवश्यकता है, पुलिस विश्वविद्यालय को इस दिशा में पहल करनी चाहिए।
राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति से जुड़े जीवन मूल्यों की सीख पुलिस में जाने वालों को कैसे मिले, इसके लिए भी कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने पुलिस विश्वविद्यालय को पुलिसिंग, सुरक्षा और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में अध्ययन और अनुसंधान के साथ ही अकादमिक उत्कृष्टता के लिए कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पुलिस विश्वविद्यालय संगठित अपराधों की रोकथाम, मानव व्यवहार प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, अपराध मनोविज्ञान के क्षेत्र में विशेष पाठ्यक्रम विकसित करे।